Satyanand Saraswati-पुण्यतिथि से सात दिन पहले योग आश्रम में हुआ ज्ञान पाठ – प्रज्ञानंद
आरा। चांदी के कोसिहान स्थित सत्यानंद सरस्वती (Satyanand Saraswati) योग आश्रम में स्वामी सत्यानंद सरस्वती महाराज की 14वीं पूण्यतिथि मनाई गई। वर्ष 2006 में दिसंबर को उन्होंने समाधि ली थी। इस मौके पर उनके शिष्यों ने पुण्यतिथि पर हवन और प्रसाद खिलाकर अलग-अलग शहर से आए लोगों को विदाई दी। इस आशय की जानकारी देते हुए महाराज प्रज्ञानंद सरस्वती ने बताया कि वे जब 2016 में शिक्षक पद से सेवानिवृत होने के बाद उन्होंने इस योग आश्रम को अपना सहयोग दिया।
उन्होंने बताया कि जब हमारे गुरु Satyanand Saraswati ने 2006 में समाधि ली थी। उस समय से हम लोग यहां हर साल उनकी पुण्यतिथि मनाते आ रहे है। पुण्यतिथि से सात दिन से पहले योग आश्रम में ज्ञान का पाठ पढ़ाया जाता है। लोग यहां दूर-दूर से आते है। कई लोग तो अलग-अलग शहर से भी आकर गुरुदेव के पुण्यतिथि का हिस्सा बनते है,
उन्होंने बताया कि इस आश्रम में इन दिनों जो भी लोग आते है। उनको अच्छे संस्कार दिए जाते है। माता-पिता की सेवा करना ही सबसे बड़ा धर्म बताया जाता है। सभी लोग उनके बातों को मानते है, साथ ही उन्होंने कहा कि अपने गुरु के पुण्यतिथि पर अलग-अलग शहर से आये लोगों के साथ सुबह-सुबह हवन किया जाता है, उसके बाद चुड़ा-दही का प्रसाद ग्रहण कराया जाता है। लेकिन इस बार कोरोना काल को देखते हुए लोगों की उपस्थिति कम रही। कोरोना के नियमों का पालन करते हुए पुण्यतिथि मनाई गई है।
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इस कार्यक्रम में समस्तीपुर रोसड़ा विधायक वीरेंद्र पासवान, महाराज प्रज्ञानंद सरस्वती, सकड्डी मुखिया सह लोजपा नेत्री श्वेता सिंह, विशाल तिवारी दिनेश तिवारी, युवा नेता विष्णु मिश्रा, भाजपा युवा नेता अंकित तिवारी, ओम प्रकाश चौधरी, उमेश चौधरी, सुमन तिवारी सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।
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