Ara Court – Visheshwar Ojha: भाजपा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष विशेश्वर ओझा हत्याकांड से संबंधित दो मामलों में जल्द फैसला आ सकता है। इसमें पहला मामला विशेश्वर ओझा की हत्या से जुड़ा है।
- हाइलाइट :-
- स्वतंत्र गवाह कमल किशोर मिश्रा की हत्या वर्ष 2018 में कर दी गई थी
- कमल किशोर मिश्रा हत्याकांड में आज तीन फरवरी को जजमेंट आने की संभावना
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Ara Court – Visheshwar Ojha आरा: भाजपा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष विशेश्वर ओझा हत्याकांड से संबंधित दो मामलों में जल्द फैसला आ सकता है। इसमें पहला मामला विशेश्वर ओझा की हत्या से जुड़ा है। इस बहुचर्चित हत्याकांड के विचारण में तेजी तब आई, जब पटना उच्च न्यायालय ने इस संबंध में हस्तक्षेप करते हुए निचली अदालत को एक माह के अंदर सुनवाई पूरा करने और ट्रायल दो माह में समाप्त करने का आदेश जारी कर दिया।
बता दें कि 12 फरवरी, 2016 की शाम विशेश्वर ओझा की हत्या कर दी गई थी, जिसे लेकर उनके भतीजे राजनाथ ओझा के बयान पर शाहपुर थाने में प्राथमिकी 48/16 अंकित की गई थी। विश्वेश्वर ओझा हत्याकांड से संबंधित सेशन ट्रायल 390/16 तथा 402/18 आरा की एडीजे 8 की अदालत में विचाराधीन है।
इसके अलावा विशेश्वर ओझा हत्याकांड से जुड़े स्वतंत्र गवाह कमल किशोर मिश्रा की हत्या से संबंधित मुकदमे में भी जजमेंट की तारीख तय कर दी गई है। इससे संबंधित सेशन ट्रायल 317/19 आरा की एडीजे -2 की अदालत में लंबित है। कमल किशोर मिश्रा की हत्या वर्ष 2018 में कर दी गई थी। उपरोक्त कमल किशोर मिश्रा हत्याकांड से संबंधित सेशन ट्रायल 317/19 में में आज तीन फरवरी को जजमेंट आने की संभावना है।
बता दें कि पटना उच्च न्यायालय के आदेश के बाद आरा के एडीजे-आठ की अदालत में प्रतिदिन के आधार पर बहस चल रही है। अभियोजन पक्ष की ओर से जिला अभियोजन पदाधिकारी सह अपर लोक अभियोजक माणिक कुमार सिंह ने शुक्रवार को लगातार चौथे दिन बहस की।
इस संबंध में जिला अभियोजन पदाधिकारी माणिक कुमार सिंह ने अदालत में बहस के दौरान कहा कि अभियोजन की तरफ से दस गवाह प्रस्तुत किये गये हैं। इसमें सूचक, जांच अधिकारी, चिकित्सक, जप्ती सूची गवाह एवं स्वतंत्र गवाह शामिल हैं। बहस के दौरान उन्होंने अदालत को बताया कि इस कांड के प्रमुख गवाह की हत्या ट्रायल के दौरान कर दी गई है, जिससे संबंधित मामले का विचारण अन्य अदालत में चल रहा है।