Ara Vicky murder case/REPORTED BY:मो.वसीम EDITED BY:रवि कुमार
- हाईलाइट
- नौ दिन बाद खुलासा: भोजपुर और जिले के बाहर से पकड़े गए सभी अपराधी
- भूमि विवाद में सुपारी देकर करायी गयी पूर्व पार्षद के बेटे की हत्या
- हत्याकांड में इस्तेमाल बाइक बरामद, हथियार का पता लगा रही पुलिस
खबरे आपकी आरा शहर के कनकपुरी मोहल्ला निवासी पूर्व पार्षद के पुत्र शशिकांत सिंह उर्फ विक्की की हत्या का खुलासा हो गया है। भूमि और पैसे के लेनदेन के विवाद में हत्या की गयी है। इसके लिए सुपारी देकर एक आपराधिक गिरोह के सदस्यों को हायर किया गया था। पुलिस ने हत्याकांड में शामिल पांच अपराधियों को गिरफ्तार भी कर लिया है। घटना में इस्तेमाल बाइक भी बरामद की गयी है। गिरफ्तार अपराधियों में नगर थाना क्षेत्र के भलुहीपुर निवासी अख्तर हुसैन, चिकटोली निवासी मो. मुस्तफा, धरहरा निवासी मो. आदिल, मो. आमिर और मो. इरफान शामिल हैं। सभी ने हत्याकांड में शामिल होने की बात भी स्वीकार की गयी है।
एसपी संजय कुमार सिंह की ओर से प्रेस कांफ्रेंस कर यह जानकारी दी गयी। उन्होंने बताया कि हत्या के बाद एएसपी सह सदर एसडीपीओ हिमांशु के नेतृत्व में दो विशेष टीम गठित की गयी थी। टीम ने तकनीकी जांच के आधार पर जांच शुरू की। उसमें पता चला कि संपत्ति व भूमि और पैसे के लेनदेन के विवाद में गहरी साजिश के हत्याकांड को अंजाम दिया गया है। उसके लिए सुपारी एक देकर अपराधिक गिरोह के सदस्यों को हायर किया गया था। टीम द्वारा शामिल शूटर से साजिश करने वाले तक की पहचान की गयी। उसके बाद सर्विलांस और मानवीय सूचना के आधार पर भोजपुर और जिले के बाहर से हत्याकांड में शामिल पांचों को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं हत्या के लिए पूर्व पार्षद पुत्र की की रेकी करने से अपराधियों के भागने तक में इस्तेमाल बाइक बरामद कर ली गयी है। उन्होंने बताया कि शूटरों और साजिश करने वालों की धरपकड़ के लिए टीम छापेमारी कर रही है।
Ara Vicky murder case:शहर से राज्य के बाहर तक की गयी थी पूर्व पार्षद पुत्र की रेकी
पूर्व पार्षद महेंद्र प्रताप सिंह के पुत्र शशिकांत सिंह उर्फ विक्की की हत्या की फुलप्रूफ साजिश रची गयी थी। उसमें शहर से लेकर बाहर तक के लोग शामिल थे। हत्या के लिए कई दिनों तक शशिकांत की रेकी की गयी थी। एसपी की ओर से यह जानकारी दी गयी। उन्होंने बताया कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि राज्य के बाहर भी पूर्व पार्षद पुत्र की रेकी की गयी थी। घटना के दिन भी घर से निकले से लेकर लौटने तक पीछा किया गया और रेकी की गयी।
एसपी के अनुसार घटना के दिन पूर्व पार्षद पुत्र शशिकांत सिंह को गीधा नहीं जाना था। अचानक प्रोग्राम होने के बावजूद अपराधियों ने उनको निशाना बनाया गया। इससे गहरी साजिश की बात सामने आयी है। जांच के दौरान हत्या से पहले और बाद तक में शामिल अपराधियों की पहचान साक्ष्य के साथ की गयी है। एसपी के अनुसार गिरफ्तारी को लेकर गठित पहली टीम में इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह, नवादा थानाध्यक्ष अविनाश कुमार सिंह, नगर थाने के दारोगा विनोद कुमार सुमन, डीआईयू के दारोगा संजय कुमार सिन्हा और कुमार रजनीकांत शामिल थे। वहीं टीम बी में ट्रेनी डीएसपी अनुराग कुमार, डीआईयू इंचार्ज इंस्पेक्टर शंभू भगत, महिला थानाध्यक्ष नीतू प्रिया, नगर थाने के दारोगा अविनाश कुमार, विजय कुमार, सर्वेश कुमार और डीआईयू के अवधेश कुमार शामिल थे।
आरा-पटना हाईवे पर दिनदहाड़े गोलियों से भून दिये गये थे पूर्व पार्षद पुत्र
Ara Vicky murder case: शहर के कनकपुरी निवासी पूर्व पार्षद महेंद्र प्रताप सिंह के पुत्र शशिकांत सिंह उर्फ विक्की को 11 नवंबर की सुबह आरा-पटना हाईवे पर नगर थाना क्षेत्र के धनुपरा के समीप गोलियों से भून डाला गया था। गीधा से लौट रहे विक्की को बाइक सवार बदमाशों द्वारा ताबड़तोड़ सात गोलियां मारी गयी थी। उसे लेकर उनके पिता की ओर से तीन अज्ञात बदमाशों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। दो लोगों पर साजिश रचने का आरोप लगाया गया था। हत्या का कारण भूमि विवाद बताया गया था।