Ashish Paswa Gausganj – absconded from Ara Court Campus
- आरा में कोर्ट कैंपस से पुलिस को चकमा देकर कुख्यात आशीष पासवान फरार
- हत्या सहित अन्य मामलों में पेशी के लिए भागलपुर से आरा कोर्ट आया था आशीष
- एक से दूसरे कोर्ट में जाने के दौरान पुलिस को चकमा दे भाग निकला
- जुलाई 2020 में आशीष ने हत्या के मामले में कोर्ट में किया था सरेंडर
खबरे आपकी:बिहार/आरा।: आरा का कुख्यात बदमाश आशीष पासवान (Ashish Paswa Gausganj) मंगलवार की दोपहर कोर्ट कैंपस से पुलिस को चकमा देकर भाग निकला। बीमारी का बहाना बना एक से दूसरे कोर्ट जाने के दौरान वह फरार हो गया। आशीष पासवान आरा नगर थाना क्षेत्र के गौसगंज का रहने वाला है। फिलहाल वह भागलपुर स्थित शहीद जुब्बा सहनी जेल में बंद था। पेशी के लिए मंगलवार को आरा कोर्ट आया था।
इधर, उसके कोर्ट कैंपस से भागने की खबर से पुलिस महकमे में खलबली मच गयी। पुलिस उसकी गिरफ्तारी को लेकर ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। मुख्यालय डीएसपी विनोद कुमार सिंह की ओर से उसके भागने की पुष्टि की गयी है।
मिली जानकारी के अनुसार आशीष पासवान हत्या सहित अन्य मामलों में पेशी के लिए मंगलवार को पुलिस सुरक्षा के बीच आरा कोर्ट आया था। उस दौरान पहले हत्या के मामले में उसकी पेशी हुई। उसके बाद उसे दूसरे कोर्ट में ले जाया गया। उस बीच वह किसी तरह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया।
आशीष पासवान के फरार होने के बाद सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों के हाथ-पांव फूल गया और आनन-फानन में तलाश शुरू कर दी गयी। थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने बताया कि फरार आशीष पासवान की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
Ashish Paswa Gausganj: बीमारी का बहाना बनाकर कोर्ट कैंपस में बार-बार गिर जा रहा था आशीष
बताया जा रहा है कि आशीष पासवान बीमारी का बहाना कोर्ट से आरा जेल में रखने का अनुरोध कर रहा था। उस दौरान वह कोर्ट कैंपस में बार-बार गिरने का बहाना भी कर रहा था। वह भागलपुर जेल प्रशासन पर मारपीट करने का आरोप भी लगा रहा था। उस दौरान कुछ देर के लिए वह अचेत भी हो गया था। उस पर कोर्ट द्वारा उसके इलाज कराने का आदेश भी दिया गया। इधर, उसके कोर्ट आने की सूचना पर कुछ समर्थक भी पहुंच गये थे। इधर, एक से दूसरे कोर्ट में पेशी के बाद उसने ऑफिस में काम होने की बात कही है। उसी बीच वह फरार हो गया।
जुलाई 2020 से जेल में बंद था आशीष, पिछले माह ही भेजा गया था भागलपुर
आरा शहर के गौसगंज मुहल्ला निवासी आशीष पासवान का आपराधिक इतिहास पुराना है। वह हत्या व लूट सहित विभिन्न मामलों में दागी रहा। साल 2020 में मिथुन पासवान हत्याकांड में उसने उसी साल जुलाई में कोर्ट में सरेंडर किया था। उसके बाद से ही वह आरा जेल में था। हालांकि पिछले चार दिसंबर को भागलपुर जेल भेज दिया गया था।
बता दें कि आशीष पासवान 2014 में पुलिस ऑफिस रोड में बिहिया के व्यवसायी को गोली मारकर 10 लाख रुपये लूटे जाने, गौसगंज स्थित पेट्रोल पंप लूटे जाने और तस्करी के मामले में दागी रहा है। 2020 में ही फायरिग के एक मामले में भी उसका नाम आया था। बता दें कि 8 जून 2020 को नगर थाना क्षेत्र के गौसगंज में मिथुन पासवान नामक एक युवक की गोली मार हत्या कर दी गयी थी। उसमें भी आशीष का नाम आया था।
पांच साल पहले कोर्ट कैंपस से भागा था कुख्यात हीरो
आरा कोर्ट कैंपस से करीब पांच साल बाद कोई कुख्यात अपराधी भागने में सफल रहा। आशीष पासवान से पहले 2017 में कुख्यात मनीष सिंह उर्फ हीरो कोर्ट कैंपस से पहले को चकमा देकर भाग निकला था। कोर्ट कैंपस से फरार होने के बाद उसने एक के बाद एक घटना को अंजाम देकर पुलिस की नींद हराम कर दी थी। हालांकि बाद में वह पीरो में पुलिस एनकाउंटर मारा गया था।