Tuesday, November 11, 2025
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आरा के संभावना आवासीय उच्च विद्यालय में दीपोत्सव-2025 का रंगारंग आयोजन

Deepotsav-2025: आरा शहर के शुभ नारायण नगर मझौंवा स्थित शांति स्मृति संभावना आवासीय उच्च विद्यालय के जुबली हॉल में शुक्रवार को पांच दिवसीय “दीपोत्सव-2025” कार्यशाला सह प्रदर्शनी कार्यक्रम का समापन हुआ।

  • हाइलाइट: Deepotsav-2025
    • शिक्षा के साथ बच्चो को क्रियाशील बनाने में बेहतर कार्य कर रहा संभावना-रंजीत
    • भारतीय लोकशैली और परंपरा से जुड़ने का एक माध्यम कार्यशाला-डाॕ. अर्चना सिंह
    • कार्यशाला में बच्चे ने अपने हाथों से दीप, कैंडल, वंदनवार और रंगोली बनाया

Deepotsav-2025 आरा। शहर के शुभ नारायण नगर मझौंवा स्थित शांति स्मृति संभावना आवासीय उच्च विद्यालय के जुबली हॉल में शुक्रवार को पांच दिवसीय “दीपोत्सव-2025” कार्यशाला सह प्रदर्शनी कार्यक्रम का समापन हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि रंजीत सिन्हा (सहायक निदेशक नाबार्ड), विद्यालय की प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह एवं निदेशक डॉ. कुमार द्विजेंद्र द्वारा संयुक्त रूप से की गई। तत्पश्चात प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया और छात्र-छात्राओं द्वारा निर्मित हस्तकला, मूर्तिकला तथा रंगोली कृतियों का स्वावलोकन किया।

इस मौके पर मुख्य अतिथि रंजीत सिन्हा (सहायक निदेशक नाबार्ड) ने कहा बच्चों की प्रतिभा को उभारने का काम स्कूल ही कर सकते है। यह स्कूल आपको शिक्षा के साथ क्रियाशील बनाने की दिशा में बेहतर कार्य कर रहा है। उन्होंने बच्चों को दीपावली की शुभकामना देते हुए कहा कि आप पर्यावरण के प्रति सजग रहे। ग्रीन पटाखे ही छोडे।

प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह ने कहा कि दीपोत्सव अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक पर्व है। कार्यशाला के माध्यम से बच्चे अपने हाथों से दीप, कैंडल, वंदनवार, रंगोली और अन्य साज-सज्जा की वस्तुएं बनाना सीख रहे हैं। यह न केवल कौशल विकास का अवसर है, बल्कि भारतीय लोकशैली और परंपरा से जुड़ने का एक माध्यम भी है। उन्होंने आगे कहा कि संभावना विद्यालय शिक्षा के साथ-साथ संस्कृति और परंपरा का भी संवाहक रहा है और आगे भी ऐसे आयोजनों से लोक जीवन की अमिट छाप को आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचाने का कार्य करता रहेगा।

निदेशक डॉ. कुमार द्विजेंद्र ने कहा कि “हमारी सांस्कृतिक और संस्कारिक धरोहरों को संरक्षित रखने के लिए ऐसे आयोजन अत्यंत आवश्यक हैं। कार्यशालाएं बच्चों को न केवल पारंपरिक कलाओं से जोड़ती हैं बल्कि उनमें सृजनशीलता और संवेदना का विकास भी करती हैं।

लोक गायन प्रस्तुति में छात्र-छात्राओं ने दीपावली, भाई दूज और छठ महापर्व पर आधारित लोकगीत प्रस्तुत कर समां बाँध दिया। दीपावली समूह गीत “सात रंगो से बनी रंगोली”….को निशा कुमारी, प्रियंका सिंह, ज्योति कुमारी, साक्षी सिंह, अन्न्या कुमारी, सिम्मा कुमारी, कृति कुमारी, अर्चना सिंह और वंदना कुमारी ने प्रस्तुत किया।

वही भाई दूज पर आधारित समूह गीत “संजीव भड़या के लाली धोड़िया……” की प्रस्तुति रश्मि सिंह, सौम्या सिंह, वंदना कुमारी, अदिति कुमारी, साक्षी सिंह, आस्था सिंह, शशि सिंह, राधा कुमारी और तृषा नंदिनी ने‌ दी। छठ पूजा समूह गीत “उगहे सूरज देव…..” को प्रियंका सिंह, सौम्या सिंह, अदिति कुमारी, अन्न्या कुमारी, सिम्मा कुमारी आदि छात्राओं ने प्रस्तुत की। अंत में छठ पूजा समूह गीत “उगही दीनानाथ…..” को वंदना कुमारी, अर्चना चौधरी, कृति कुमारी, प्रतिमा सिंह, साक्षी सिंह, पलक सिंह और राधा सिंह ने षेश किया।

कार्यक्रम के दौरान रंगोली प्रतियोगिता का उद्घाटन मुख्य अतिथि रंजीत सिन्हा (सहायक निदेशक नाबार्ड), संभावना के निदेशक एवं प्राचार्या द्वारा किया गया। जुबली हॉल में प्रदर्शनी का अवलोकन अतिथियों द्वारा किया गया। प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह ने अपने संबोधन से सभी को उत्साहित किया।

रंगोली प्रतियोगिता में विजेताओं को निदेशक और प्राचार्या द्वारा पुरस्कार प्रदान किए गए। कलासृजन एवं प्रशिक्षण का दायित्व कला शिक्षक विष्णु प्रसाद और संजीव सिन्हा ने निभाया। गीत एवं नृत्य प्रशिक्षण में चिंटू कुमार, धर्मेंद्र कुमार, अमितेश कुमार और महेश कुमार का विशेष योगदान रहा।

संचालन संजीव सिन्हा एवं धन्यवाद ज्ञापन निदेशक डॉ. कुमार द्विजेंद्र ने की। पांच दिवसीय कार्यशाला में लगभग 500 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया और अपनी कला एवं सृजनशीलता से विद्यालय का गौरव बढ़ाया।

KRISHNA KUMAR
KRISHNA KUMAR
बिहार के आरा निवासी डॉ. कृष्ण कुमार एक भारतीय पत्रकार है। डॉ. कृष्ण कुमार हिन्दी समाचार खबरें आपकी के संपादक एवं न्यूज पोर्टल वेबसाईट के प्रमुख लोगों में से एक है।
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