Harendra Ram Suroundha Koilwar: मृतक कोईलवर थाना क्षेत्र के सुरौंधा कॉलोनी वार्ड नंबर -11 निवासी जगदीश पासवान का 30 वर्षीय पुत्र हरेंद्र राम है। मृतक का भांजा रंजन ने गांव के ही चार लोगो पर पूर्व में हुए झगड़े के विवाद को लेकर अपने दिव्यांग मामा को मारपीट कर धक्का देकर सोन नदी गिरा कर मारने का आरोप लगाया है।
- हाइलाइट
- गांव के ही कुछ लोगों पर मारपीट व धक्का देकर नदी में फेकने का आरोप
- कोईलवर थाना क्षेत्र के सुरौंधा टापू के समीप गुरुवार की दोपहर घटी घटना
Harendra Ram Suroundha Koilwar आरा: भोजपुर के कोईलवर थाना क्षेत्र के सुरौंधा टापू के समीप नाव से सोन नदी में गिरने से दिव्यांग युवक की मौत हो गई। घटना को लेकर लोगों के बीच काफी देर तक अफरा-तफरी मची रही। सूचना मिलते ही मृतक के परिजन घटनास्थल पर पहुंचे। जिसके बाद स्थानीय गोताखोरों द्वारा उसके शव को पानी से बाहर निकाला गया। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में करवाया।
मृतक के परिजन ने गांव के ही कुछ लोगों पर मारपीट व धक्का देकर नदी में फेकने का आरोप लगाया है। जानकारी के अनुसार मृतक कोईलवर थाना क्षेत्र के सुरौंधा कॉलोनी वार्ड नंबर -11 निवासी जगदीश पासवान का 30 वर्षीय पुत्र हरेंद्र राम है। इधर, मृतक का भांजा रंजन ने बताया कि वह पैर-हाथ से दिव्यांग थे। बुधवार की सुबह वह घर के बच्चों को नाव से स्कूल छोड़ने के लिए सोन नदी के दूसरी ओर मदही गांव गए थे। उसी दौरान गांव के ही कुछ व्यक्तियों से बच्चों को लेकर बड़ों से मारपीट हुई थी। हालांकि उस समय बात खत्म हो गई थी।
गुरुवार की दोपहर जब वह नाव से सोन नदी के दूसरी ओर अपनी भैंस खोजने जा रहे थे। तभी उक्त व्यक्ति भी नाव पर आए और उनके साथ मारपीट की। उसी दौरान उन्होंने उन्हें नाव से धक्का दे दिया, जिसके कारण वो सोन नदी में गिर कर डूब गए और उनकी मौत हो गई। वहीं दूसरी ओर मृतक का भांजा रंजन ने गांव के ही चार लोगो पर पूर्व में हुए झगड़े के विवाद को लेकर अपने दिव्यांग मामा को मारपीट कर धक्का देकर सोन नदी गिरा कर मारने का आरोप लगाया है। हालांकि पुलिस अपने स्तर से मामले की छानबीन कर रही है।
बताया जाता है कि मृतक अपने चार भाइयों में छोटा था। मृतक के परिवार में तीन बहन ललिता देवी, पूनम देवी,आरती कुमारी व तीन भाई सुदामा, बोतल एवं धर्मेंद्र है। घटना के बाद मृतक के घर में कोहराम मच गया है। मृतक की मां एवं परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है।