Dhamar: आरा मुफस्सिल थाना क्षेत्र के धमार गांव में पूर्व मंत्री सह बड़हरा के भाजपा विधायक राघवेन्द्र प्रताप सिंह के घर के समीप फायरिंग में जख्मी युवक की मौत हो गई।
- हाइलाइट : Dhamar
- मुफस्सिल थाना क्षेत्र के धमार गांव में शुक्रवार की शाम हुई थी घटना
- इलाज के दौरान पटना के अस्पताल में मंगलवार की रात तोड़ा दम
- फायरिंग में शामिल अपराधियों की पहचान और धरपकड़ में जुटी पुलिस
Dhamar आरा: मुफस्सिल थाना क्षेत्र के धमार गांव में पूर्व मंत्री सह बड़हरा के भाजपा विधायक राघवेन्द्र प्रताप सिंह के घर के समीप फायरिंग में जख्मी युवक की मौत हो गई। इलाज के दौरान पटना के एक निजी अस्पताल में मंगलवार की रात उसने दम तोड़ दिया। मृतक धमार गांव निवासी वीर नारायण सिंह के 42 वर्षीय पुत्र अरविंद सिंह थे। शव आरा लाये जाने के बाद मुफस्सिल थाने पुलिस द्वारा पोस्टमार्टम कराया गया।
एसपी प्रमोद कुमार यादव ने बताया गया कि 16 अगस्त की रात धमार गांव में बड़हरा विधायक के पुश्तैनी घर और उनके पड़ोसी के घर के समीप अंधेरे में दो की संख्या में अज्ञात अपराधियों द्वारा फायरिंग की गयी थी। उसमें वीर नारायण सिंह के पुत्र अरविंद कुमार सिंह को गोली लग गयी थी। पुलिस की ओर से त्वरित कार्रवाई करते उनको एक प्राइवेट हॉस्पिटल पहुंचाया गया था। आरंभ में उनकी स्थिति ठीक थी। डॉक्टर से जानकारी मिली कि अरविंद कुमार सिंह कोरोना काल में संक्रमित हो गये थे। उसके कारण उनको सांस से संबंधी कई समस्याएं थी। घायल अवस्था के बाद उनकी सांस संबंधित समस्याएं थोड़ी बढ़ने लगी थी। उसके बाद उन्हें पटना रेफर कर दिया गया था। वहां मंगलवार की रात हृदय गति रूकने से उनकी मृत्यु हो गई।
घटना के बाद मामले के उद्भेदन और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एएसपी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया है। घटना के अंधेरा था और सीसीटीवी की भी व्यवस्था नहीं थी। उस कारण तब अपराधियों की पहचान नहीं हो सकी थी। हालांकि घटना के उद्भेदन के लिए कई संदिग्ध व्यक्तियों को चिन्हित करते हुए पूछताछ की जा चुकी है। मंगलवार की रात में भी तीन संदिग्धों को थाने में बुलाकर पूछताछ की जा रही है। जल्द ही घटना में संलिप्त अपराधियों की पहचान करते हुए गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी।
बताते चलें दें कि शुक्रवार की रात धमार गांव में पूर्व मंत्री सह बड़हरा विधायक राघवेन्द्र प्रताप सिंह के पास बाइक सवार अपराधियों द्वारा दो राउंड फायरिंग की गयी थी। उसी समय काली मंदिर से लौट रहे अरविंद कुमार सिंह मामला समझने के लिए गली के मोड़ पर खड़ा हो गये थे। तभी भाग रहे अपराधियों द्वारा उनको गोली मार दी गई थी। उस मामले दो अज्ञात अपराध कर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी।