Doman Dehra Ara – माता-पिता बोले: साहब, मेरा भी कागज देख लीजिये
आरा। Doman Dehra Ara बेटे के कातिलों की गिरफ्तारी और न्याय की मांग को लेकर अनशन पर बैठे माता-पिता का धैर्य अब टूटने लगा है। अनशन के 17 दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने से बुजुर्ग दंपती में प्रशासन के खिलाफ आक्रोश भी देखा जा रहा है। सिस्टम से नाराज बुजुर्ग दंपती का कहना है कि साहब! यहां शासन नहीं शोषण होता है। राजनीतिक पहुंच और पैसे के दम पर केस को पलटने की कोशिश की जा रही। मां रति देवी का कहना है कि वह सबूत देते परेशान हो गई। अब उनके पास खुद को भगवान के पास जाकर इंसाफ मांगने के सिवा और कोई रास्ता नही है।
प्रशासन के लोगों से हाथ जोड़ विनती करते हुये उन्होंने कहा कि मेरे भी कागजात को देखिये। बेटे को लालच देकर और बहला-फुसलाकर बिना एक फूटी कौड़ी दिये ही दो कट्टा जमी लिखवा ली गयी। जब बेटे पैसा मांगने चार मई 2018 को न्यालय में शपथ-पत्र दाखिल किया तो 5 मई 2018 की हत्या कर दी जाती है। कहा कि साहब, आपलोग तो कागजात को ज्यादा पढ़ते हैं। फिर हमारे कागजात को क्यो नहीं पढ़ रहे ? क्योंकि वह एक गरीब किसान है। इसलिये उनके कागजात नहीं पढ़े जा रहे हैं। साहब, क्या सरकार एक गरीब किसान को न्याय नहीं देती है? भगवान तो एक दिन इंसाफ जरूर करेंगे, क्योंकि वो सबको देखते हैं!
बता दें कि पांच मई 2018 को अगिआंव बाजार के डोमन डीहरा गांव (Doman Dehra Ara) निवासी बैजनाथ पांडेय के पुत्र अमित कुमार की हत्या कर दी गयी थी। उस मामले में नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। लेकिन दो साल भी गिरफ्तारी नहीं होने पर अमित के माता-पिता अनशन पर बैठे हैं। 17 वें दिन भी उनका अनशन जारी रहा।
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