Diyaranchal Flood-कई सड़को पर चढ़ा बाढ़ का पानी, हजारों एकड़ फसलो में फैला पानी
सीओ ने लिया बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा, कर्मियों को कैम्प करने का निर्देश
खबरे आपकी भोजपुर/शाहपुर: पिछले तीन दिनों के गंगानदी का लगातार बढ़ता हुआ जलस्तर गंगा के तटवर्तीय इलाको के लोगो को अब डरावना लगने लगा है। बाढ़ का पानी दियारांचल क्षेत्र के कई गांवों के घुस गया है। दामोदरपुर पंचायत के जवइनिया गांव के समीप गंगानदी के तेज धार व मिट्टी के भारी कटाव के कारण ग्रामीणों में दहशत है। वही कई गांवों के प्रमुख पथों पर बाढ़ का पानी चढ़ने के कारण प्रखंड मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। साथ ही आवागमन बाधित हो चुका है। वही दो दर्जन से ज्यादा विद्यालयों भी बाढ़ के पानी से घिर चुके हैं तो कुछ स्कूलों के भीतर भी बाढ़ का पानी घुस गया है। दियारांचल के कारनामेपुर-लालू डेरा सड़क पर बाढ़ का पानी चढ़ने के कारण वाहनो का आवागमन बंद हो चुका है। जिसके कारण पुलिस को पेट्रोलिंग करने में समस्या उत्पन्न हो गई है। वही हजारों एकड़ खड़ी फसलों में बाढ़ का पानी फैल गया है। बाढ़ के पानी के वृद्धि के कारण किसानों ने खेती के कार्य बंद दिया गया है।पढ़े- ब्यूटी पार्लर श्रृंगार के आड़ में शराब का धंधा, ब्यूटिशियन चंदा देवी गिरफ्तार पति फरार
Diyaranchal Flood-जवइनिया के समीप भारी मिट्टी कटाव से दहशत
दामोदरपुर पंचायत के जवइनिया गांव के उत्तर करीब 500 मीटर दूरी पर गंगानदी के तेज धार के कारण मिट्टी की भारी कटाव से ग्रामीणों में भय है। ग्रामीणों की माने तो पिछले दो दिनों में ही 100 फीट से ज्यादा कटाव देखा गया है। यदि कटाव इसी प्रकार तेज गति से होता रहा तो कब गांव के पास पहुंच जायेगा कहा नही जा सकता। फिलहाल गंगानदी व जवइनिया गांव की दूरी मात्र 500 मीटर के आसपास रह गई है।
प्रखंड के करीब 10 हजार एकड़ से ज्यादा खड़ी फसलों में बाढ़ का पानी फैल चुका है। सबसे ज्यादा क्षति दियारांचल में सब्जियों व धान की खेती करने वाले किसानों की है। जिन्हें बाढ़ की पानी ने आर्थिक रूप से तोड़कर रख दिया। धान रोपनी में लगे किसान बाढ़ के पानी के वृद्धि को देखते हुए खेतीबारी का कार्य पूरी तरह से बंद कर दिए हैं।
इधर सीओ पंकज कुमार झा ने अंचल क्षेत्र के लक्षुटोला, दामोदरपुर, गौरा समेत कई बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया। साथ सभी नोडल, पर्यवेक्षीय पदाधिकारियों व कर्मियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के कैम्प कर राहत कार्य को लेकर दिशा निर्देश दिए।
कारनामेपुर-लालू डेरा पथ, सुहियां-बुझाराय का डेरा पथ, माधोपुर-करीमन ठाकुर डेरा पथ, पुरूषोत्तमपुर-लक्षुटोला पथ, दामोदरपुर-नौरंगा पथ, बरिसवन-चमरपुर, राजपुर-चारघाट, करजा-चारघाट पथ पर चढ़ा बाढ़ का पानी।
लक्षुटोला, माधोपुर, सोनकी, हिरखी पिपरा, बुझाराय का डेरा, सैया डेरा, मरचइया, रामदयाल ठाकुर का डेरा, पंचकौड़ी डेरा, बरसिंघा टोला, दामोदरपुर, गंगापुर, भुसहुला, नंदपुर, गोबिंदपुर,लक्ष्मणपुर, चमरपुर,राजपुर, चारघाट, बहोरानपुर, चक्की नौरंगा, जवइनिया, राजपुर समेत कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका है।
Diyaranchal Flood-बाढ़ के पानी घिरने वालो पंचायतों के ग्रामीण व जनप्रतिनिधियों द्वारा नाव उपलब्ध कराने की मांग होने लगी है। दामोदरपुर, बहोरानपुर, लालू डेरा तथा लक्षुटोला पंचायत के लोगो द्वारा अब नाव की मांग होने लगी है।
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