Mukhiya Nomination canceled: संवीक्षा का जायजा एसडीएम सीमा कुमारी ने लिया
सरपंच व पंचायत समिति के सभी नामांकन स्वीकृत
शाहपुर में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर हुए नामांकन के बाद नामांकन पत्रों की संवीक्षा की गई। निर्वाची पदाधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि मुखिया पद के तीन प्रत्याशियों का नामांकन गलत जाति प्रमाण पत्र के कारण रद्द कर दिया गया। जिसके बाद फिलहाल मुखिया प्रत्याशियों की संख्या 191 रह गई है। वही सरपंच पद के 134 तथा पंचायत समिति के182 पदों के लिए विभिन्न पंचायतों के प्रत्याशियों द्वारा किए गए सभी नामांकन वैध पाए गए। सभी नामांकन पत्रों को स्वीकृत किया गया।
नामांकन पत्रों के संवीक्षा का जायजा एसडीएम जगदीशपुर सीमा कुमारीं ने लिया। साथ ही निर्वाचन से जुड़े सभी बिंदुओं पर अधिकारियों के साथ बैठक कर समीक्षा की। इसके पूर्व प्रखंड कार्यालय परिसर में संवीक्षा को लेकर नामांकन दाखिल करने वाले प्रत्याशियों की भीड़ गुरुवार की सुबह से ही आनी शुरू हो गई। शाम तक सभी नामांकन पत्रों को जांच उपरांत वैध करार दिया गया। नामांकन पत्रों में कुछ त्रुटियों को सुधार कर किया गया।
इस दौरान सभी पदों के लिए बनाए गए सहायक निर्वाची पदाधिकारी संवीक्षा के दौरान टेबल पर सहायकों के साथ उपस्थित रहे।नामांकन पत्रों की संवीक्षा कार्यों का जायजा प्रखंड विकास पदाधिकारी राकेश कुमार एवं बीपीआरओ राजेश प्रसाद द्वारा लगातार किया जाता रहा।
Mukhiya Nomination canceled: गलत जाति प्रमाण पत्र के कारण मुखिया पद के तीन नामांकन हुए निरस्त
संवीक्षा के दौरान पति व पत्नी दोनों का नामांकन रद्द
खबरे आपकी शाहपुर। गलत तरीके से जाति प्रमाण पत्र बनवा कर नामांकन दाखिल करने के कारण संवीक्षा के दौरान मुखिया पद के तीन प्रत्याशियों का नामांकन रद्द कर दिया गया। निर्वाची पदाधिकारी सह बीडीओ राकेश कुमार ने बताया कि लालू के डेरा पंचायत से मुखिया पद पर नामांकन दाखिल करने वाले रामेश्वर प्रसाद गुप्ता व उनकी पत्नी चिंता देवी का नामांकन रद्द कर दिया गया। प्रत्याशी द्वारा गलत तरीके से अति पिछड़ा वर्ग का जाति प्रमाण-पत्र दिया गया था। जबकि रामेश्वर प्रसाद गुप्ता कानू जाति से है जो पिछड़ा वर्ग के श्रेणी में अधिसूचित है। ग्रामीणों द्वारा इसकी शिकायत दर्ज कराई गई थी। जिसके बाद सीओ बासुकीनाथ श्रीवास्तव द्वारा जाति प्रमाण पत्र को रद्द कर दिया गया। जाति प्रमाण पत्र रद्द होने के उपरांत निर्वाची पदाधिकारी द्वारा नामांकन भी रद्द कर दिया गया। इसी प्रकार से लक्षुटोला पंचायत से जगमोहन शर्मा का मुखिया पद का नामांकन गलत जाति प्रमाण-पत्र देने के कारण रद्द कर दिया गया।