- थानाध्यक्ष को बंधक बनाये जाने की भी चर्चा
- आरोपितों से मिलीभगत का आरोप लगा लोगों ने जमकर किया हंगामा
- पुलिस के साथ आये मौके पर मौजूद दो युवकों की लोगों ने की पिटाई
- पीड़ित पक्ष का आरोप: सादे लिबास में हत्या का सबूत मिटाने आयी थी पुलिस
- आरोपितों के घर से पिस्टल, गोली, खोखा, दाब और चाकू बरामद
- एएसपी बोले: छानबीन और हत्या का सीन रिक्रियेट करने गयी थी पुलिस
- थानाध्यक्ष को बंधक बनाये जाने से एएसपी का इंकार, बोले आरोप की हो रही जांच
खबरे आपकी आरा शहर से सटे नगर थाना क्षेत्र के छोटकी सिंगही हत्याकांड (singhi murder case) के खिलाफ बुधवार को खूब बवाल मचा। आरोपितों के घर की तलाशी लेने पहुंची पुलिस पर हत्या का सबूत मिटाने का आरोप लगा पीड़ित पक्ष के लोगों द्वारा जमकर हंगामा मचाया गया। पुलिस कर्मियों के साथ हाथापाई भी की गयी। थानाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह को बंधक बनाये जाने की भी बात कही जा रही है। वहीं पुलिस के साथ रहे दो युवकों की पिटाई भी कर दी गयी। दोनों युवक हत्या के आरोपित पक्ष के रिश्तेदार बताये जा रहे हैं। पीड़ित पक्ष के लोगों द्वारा थानाध्यक्ष सहित अन्य पुलिस कर्मियों पर आरोपितों से मिले होने, हत्या का साक्ष्य मिटाने, हथियार हटाने का प्रयास और दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया जा रहा था। उसे लेकर सिंगही गांव में देर तक अफरा-तफरी मची रही।
सूचना मिलने पर एएसपी हिमांशु और डीएसपी हेड क्वार्टर विनोद कुमार सिंह के नेतृत्व में नवादा और मुफस्सिल सहित आधा दर्जन थानों की पुलिस के साथ पहुंची। उसके बाद पीड़ित पक्ष को समझाकर मामले को शांत कराया गया। पीड़ित पक्ष के लोगों की एसपी से भी बात करायी गयी। उसके बाद एसपी के आश्वासन पर एएसपी की मौजूदगी में आरोपितों के घर की तलाशी ली गयी। उस दौरान पिस्टल, गोली, खोखा चाकू और दाब आदि बरामद किया गया। इधर, एएसपी द्वारा थानाध्यक्ष को बंधक बनाये जाने से इंकार किया जा रहा है। उनका कहना है कि पुलिस को कुछ देर तक रोका गया था। गलतफहमी के कारण घटना हुई है। पीड़ित पक्ष की ओर से लगाये जा रहे आरोपों की जांच की जा रही है। एएसपी द्वारा हथियार की बरामदगी की पुष्टि की गयी है।
singhi murder case:सादे लिबास में आरोपितों के घर पहुंची पुलिस, तो बिगड़ गया मामला
पूरा मामला सादे लिबास में अज्ञात लोगों के साथ पुलिस द्वारा आरोपितों के घर की तलाशी लिये जाने को लेकर बिगड़ गया। हालांकि दोनों पक्षों द्वारा अलग-अलग तर्क दिया जा रहा है। पीड़ित पक्ष का कहना है कि थानाध्यक्ष हत्या का सबूत मिटाने और हथियार हटाने बदमाशों को लेकर आये थे। इधर, पुलिस का कहना है कि घटना की सीन रिक्रियेट करने और घर की तलाशी लेने पहुंची थी।
इस संबंध में मृत ढेमन उर्फ विवेक कुमार सिंह के चाचा का कहना है कि थानाध्यक्ष आरोपितों से मिले हुए हैं। वह बुधवार को थानाध्यक्ष सादे लिबास में पुलिस जवानों के साथ प्राइवेट वाहन से आये थे। उनके साथ दो महिला और चार बदमाश भी थे। बिना उनलोगों को सूचना दिये ही पुलिस की मौजूदगी में महिलाओं द्वारा आरोपितों के घर का ताला खोल खून को साफ किया जा रहा था। ताकि हत्या के साक्ष्य को मिटाया जा सके।
थानाध्यक्ष को ऐसा करने से मना करते हुए कहा गया की सीनियर अफसरों की मौजूदगी में आरोपितों के घर की तलाशी ले, तो केस में फंसाने की धमकी दी गयी और दुर्व्यवहार किया गया। वहीं बात बिगड़ते देख थानाध्यक्ष द्वारा दो युवकों को भगा दिया गया। जबकि दो युवकों को पकड़ लिया गया। इधर, एएसपी का कहना है घटना का सीन रिक्रियेट करने, स्थल वेरिफिकेशन करने और तलाशी लेने के लिए पुलिस आरोपितों के घर की गयी थी। लेकिन पीड़ित पक्ष को कुछ गलतफहमी हो गयी। उसके कारण मामला बिगड़ गया।
युवक बोला: बहन के कहने पर आया था घर में ताला बंद करने
singhi murder case:सिंगही गांव में भीड़ के हत्थे चढ़ा युवक अपने को डूमरा गांव का रहने वाला सुजीत कुमार बात रहा था। उसका कहना था कि वह बुधवार की सुबह अपनी बहन के कहने पर घर में ताला बंद करने आया था। तभी लोगों द्वारा पकड़ लिया गया और पिटाई कर दी गयी। उसका कहना था कि उसकी एक बहन थाने में बंद है। उसने ही अपने घर में ताला लगाने के लिए भेजा था। वह अकेले ही ऑटो से छोटकी सिंगही आया था। उसकी एक बहन पहले ही वहां आयी थी। बता दें कि पीड़ित पक्ष के लोगों द्वारा पुलिस के साथ आये दो युवकों को पकड़ लिया था।
मूर्ति विसर्जन के दौरान उपजे विवाद के बाद हत्या को लेकर मचा है बवाल
singhi murder case आरा शहर से सटे छोटकी सिंगही गांव में सोमवार को भगवान सूर्य की मूर्ति विसर्जन करने के दौरान दो पक्षों में उपजे विवाद के बाद हिंसक झड़प हो गयी थी। उस दौरान एक पक्ष के एक युवक ढेमन उर्फ विवेक कुमार सिंह की धारदार हथियार से हत्या कर दी गयी थी। वहीं दो चचेरे भाइयों अभिषेक कुमार सिंह और सागर सिंह को गोली मार दी गयी थी। दोनों की स्थिति गंभीर है और अभी इलाज चल रहा है। तीनों घटना के समय ऋतिक सिंह की शिकायत करने उसके घर गये थे। वहीं तीनों पर हमला कर दिया गया था। हत्या और गोलबारी का आरोप गांव के ही ऋतिक सिंह सहित अन्य पर लगा है। इस मामले में ऋतिक सिंह की मां सहित चार आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। उसके बाद से ही गांव में तनाव और हंगामा मचा हुआ है। मंगलवार को भी हत्या के खिलाफ सड़क जाम और हंगामा किया गया था। इसी बीच बुधवार को पुलिस कस्टडी में ली गयी एक महिला के साथ स्थल वेरिफिकेशन करने आरोपितों के घर पहुंची, तो फिर हंगामा मच गया।
घटना की तकनीकी जांच कर रही पुलिस, फॉरेंसिक टीम की भी ली जायेगी मदद
पुलिस सिंगही हत्याकांड (singhi murder case) की तकनीकी तरीके से भी जांच कर रही है। इसमें फॉरेंसिक टीम की मदद ली जा रही है। एएसपी हिमांशु के अनुसार फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम बुलायी गयी है। टीम घटना स्थल पर गिरे खून के धब्बे आदि की जांच करेगी। बता दें कि आरोपित ऋतिक सिंह के घर के दरवाजे पर घटना को अंजाम दिया गया था। ऐसे में घटनास्थल पर खून के धब्बे आदि भी गिरे थे। उस आधार पर पुलिस साक्ष्य जुटाने में लगी है।