Monday, December 23, 2024
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लसाढ़ी के वीर सपूतों को आज शहादत दिवस पर याद किया गया

Lassadhi पूर्व विधायक बिजेन्द्र यादव, विधानपरिषद राधाचरण साह, जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ,पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय सहित कई गणमान्यों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किया।

बिहार: आरा – 15 सितंबर 1942 को भोजपुर जिला के लसाडी (Lassadhi) चासी, ढकनी, गांव के वीर सपूतों ने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ बिगुल फूंक कर जंग-ए- आजादी में अपनी कुर्बानी देकर अमर शहीद हो गए। ब्रिटिश हुकूमत की बर्बरता के खिलाफ इस ऐतिहासिक जन प्रतिरोध में लसाढ़ी, ढ़कनी व चासी गांव के महादेव सिंह, बासुदेव सिंह, जगरनाथ सिंह, सभापति सिंह, गिरिवर सिंह, रामानंद पांडेय, रामदेव साह, सीतल लोहार, केशव सिंह के अलावे एक महिला अकली देवी शहीद हुई।

आज लसाडी (Lassadhi) गांव में शहीदों के शहादत दिवस पर आयोजित समारोह में जनता के सेवक लोकप्रिय नेता पूर्व विधायक विजेन्द्र यादव ने माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया।

इस अवसर पर जदयू नेता बिजेन्द्र यादव ने कहा कि इस Lassadhi गांव के किसान अंग्रेजों से मुकाबला तो करते ही थे। साथ ही आसपास के गांव ढकनी, चासी आदि के किसानों को भी अंग्रेजों से मुकाबला करने के लिए प्रेरित करते थे।

आज शहीद दिवस पर अंग्रेजों के जुल्म के खिलाफ पूर्वजों की शहादत पर गर्व करते ग्रामीण कहते है एक बार इस गांव में अंग्रेज कलक्टर आया तो यहां उसका जोरदार विरोध हुआ था। ग्रामीणों ने लाठी और भाला द्वारा ही उसे खदेड़ दिया था। इस सूचना से क्रोधित होकर ब्रिटिश पार्लियामेंट ने लसाढ़ी गांव को नेस्तनाबूद करने का आदेश दिया था। लसाढ़ी गांव के नौजवानों को जब इस बात की सूचना मिली तो वह तनिक भी भयभीत नहीं हुए थे।

नौजवानों ने योजना बनाकर गांव के पास स्थित पुल को तोड़ डाला और नहर को काट डाला। उन्होंने अंग्रेजी प्रशासन की चुनौती को स्वीकार करते हुए इसका जवाब देने की कुशल रणनीत बनाई। रणनीति यह थी कि जब अंग्रेज सिपाही गांव में आयेंगे तो मिर्च की बुकनी उनकी आंखों में झोंक कर उनकी बंदूक छीन ली जाएगी।

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अंग्रेज सैनिक अपनी योजना के अनुसार 15 सितंबर 1942 को 3 बजे भोर में गांव को चोरों तरफ से घेर लिया। गांव के बाहरी हिस्से में मौजूद महादेव सिंह नामक किसान के मकान को निशाना बनाया। महादेव सिंह के परिवार वालों ने अंग्रेज सैनिकों से डटकर मुकाबला किया। साथ ही तीन सैनिकों को मार गिराया। तदोपरांत आग बबूला होकर सैनिकों ने गृह स्वामी की हत्या कर दी। इसके बाद गांव को निशाना बनाकर चारों ओर से स्टेनगनों, एल.एम.जी. जैसे अत्याधुनिक हथियारों से गोलियों की बौछार कर दी। परिणाम स्वरूप 12 लोग शहीद हो गए।

आज इस अवसर पर भोजपुर बक्सर के विधानपरिषद जदयू नेता राधा चरण साह, भोजपुर जिलाधिकारी रौशन कुशवाहा,भोजपुर पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय एवं अन्य कई गणमान्य लोगों ने शहीदों के याद में दीप प्रज्वलित किया एवं उन्हें माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया।

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