नेतृत्व जिलामंत्री सुबेश सिंह व जिलाध्यक्ष विनोद यादव ने की
बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले (Health) स्वास्थ्य कर्मियों ने सोमवार को सीएस कार्यालय के समक्ष मांगों को लेकर घेराव किया। इस दौरान लम्बित बकाए वेतन एवं प्रोत्साहन राशि के भुगतान सहित अन्य मांग की। घेराव का नेतृत्व जिलामंत्री सुबेश सिंह व जिलाध्यक्ष विनोद यादव ने किया।
वक्ताओं ने कहा कि जिलेवासियों को कोरोना वायरस महामारी से बचाने में दिन रात काम करने वाले (Health) स्वास्थ्य कर्मियों को कई माह से वेतन नहीं मिल रहा है। विगत अप्रैल माह से ही वेतन नहीं मिलने के कारण कर्मचारी बदहाल हैं एवं भूखमरी के कगार पर है।
इस मौके पर संघ के नेताओं ने कहा कि, कोरोना की भयावहता के कारण जनसेवा के लिए मार्च महिने से ही (Health) स्वास्थ्य कर्मियों का सभी तरह का अवकाश को रद्द कर दिया गया है। सभी कर्मियों को कोरोना ड्युटी के दौरान पूर्ण सुरक्षा साधन भी मुहैया नहीं है। सुरक्षात्मक साधन विहिन रहकर बगैर अवकाश कार्य कर रहे।
(Health) स्वास्थ्य कर्मियों का वेतन चार माह से भुगतान नहीं करना दुर्भाग्यपूर्ण है। इसके अलावे स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना योद्घा का दर्जा देते हुए सीएम द्वारा एक माह के वेतन के समतुल्य प्रोत्साहन राशि की की घोषणा के चार माह बीतने के बाद भी उक्त राशि नहीं दी गयी।
सुरक्षा के समुचित साधन नहीं रहने के कारण सैकड़ो (Health) स्वास्थ्य कर्मी कोरोना संक्रमित हो रहे हैं, एवं अन्य भी खतरे के दायरे में हैं। बगैर वेतन एवं बगैर अवकाश लगातार कार्य करते रहने से कर्मियों की मानसिक व शारिरिक अवस्था प्रभावित हो रही है।जिससे कोरोना की लड़ाई पर प्रतिकुल प्रभाव पड़ने की संभावना है।
उन्होंने ने बताया कि, न्यायालय द्वारा कोरोना योद्धाओं का ससमय वेतन नहीं देना अपराध की श्रेणी में माना गया है। साथ ही परिवार कल्याण मंत्रालय,भारत सरकार द्वारा भी (Health) स्वास्थ्य कर्मियों के शारिरिक मानसिक गुणवत्ता बनाए रखने के उद्देश्य से समय से वेतन भुगतान करने का निदेश राज्य के मुख्य सचिव को दिया गया था। इसके बावजूद कर्मियों को वेतन भुगतान नहीं करना दुर्भाग्यपूर्ण है। जिसको (Health) स्वास्थ्य कर्मियों में काफी रोष एवं गुस्सा है।
एक सप्ताह के अंदर वेतन भुगतान नहीं तो कार्य वहिष्कार का दिया अल्टीमेटम
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संघ के नेताओ ने कहा कि सरकार कोरोना महामारी के दौरान कर्मचारियों का दमन शोषण की राजनीति कर रही है। जिदको लेकर संघ द्वारा बकाया वेतन व प्रोत्साहन राशि के भुगतान की मांंग को लेकर सरकार को साफ शब्दो में चेतावनी दी गयी कि एक सप्ताह के अंदर भुगतान नहीं होने पर सभी तरह के कार्यों का वहिष्कार किया जाएगा। तत्पश्चात सामूहिक शिष्टमंडल के माध्यम से प्रधान सचिव, स्वास्थ्य विभाग और प्रधान सचिव, वित्त विभाग, बिहार सरकार को प्रेषित मांंग पत्र का संलेख सिविल सर्जन को समर्पित किया गया।
मौके पर सिविल सर्जन द्वारा स्वयं उपस्थित होकर मांंग पत्र प्राप्त लिया गया। इस मौके पर अरूण सिंह, सुरेश गोंड, लोकेश नाथ, रामबचन पांडेय, सुमन कुमारी, बिमला सिंह, किरण कुमारी, कुमारी आशा, सजन्ति कुमारी, प्रतिमा कुमारी, सजनी देवी, शकुन्तला सिन्हा, शोभा कुमारी, नीलम, रेखा, रेणु, मदन चौधरी सहित बड़ी संख्या में स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे।
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