Aranya Devi temple of Arrah-कोरोना को ले सरकार और जिला प्रशासन द्वारा मंदिर बंद किये जाने से नाराजगी
महंत के बोले: मंदिर बंद होने से श्रद्धालु और पुजारी की बढ़ी परेशानी
खबरे आपकी आरा। कोरोना संक्रमण को देखते हुए भोजपुर प्रशासन द्वारा आरा की अधिष्ठात्री मां आरण्य देवी मंदिर बंद कर दिये जाने से महंत और पुजारी अनशन पर चले गये। इसे लेकर मंदिर के गेट पर सोमवार को धरना भी दिया गया। इससे काफी देर तक गहमागहमी बनी रही। मंदिर के महंत और पुजारियों ने सरकार और प्रशासन के फैसले पर नाराजगी जतायी और इसे तुगलकी फरमान करार दिया।
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महंत मनोज बाबा का कहना है कि करोना काल में उनलोगों ने सरकार के हर फैसले का साथ दिया है। लेकिन हाल में कोरोना का संक्रमण कम हुआ है। स्कूल को छोड़ मॉल सहित सभी संस्थान खोल दिये गये हैं। राजनीतिक कार्यकर्म और सम्मेलन हो रहे हैं। ट्रेन और बसों का परिचालन भी शुरू हो गया है। ऐसे में धार्मिक स्थलों को बंद करने का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रशासन के इस फैसले से श्रद्धालुओं और पुजारियों की परेशानी बढ़ गयी है।
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सावन का पवित्र महीना शुरू हो गया। लेकिन प्रशासन की सख्ती के कारण श्रद्धालु भगवान शंकर की पूजा और जलाभिषेक करने से वंचित रह गये हैं। सावन माह शुरू होते ही प्रशासन द्वारा मंदिर के मेन गेट को बंद कर दिया गया है। कहा कि मंदिर से हजारों लोग जुड़े है। उनके परिवार का जीविको पार्जन चलता है। प्रशासन के इस फैसले से उन परिवारों के सामने घोर संकट उत्पन्न हो गया है। उन्होंने सरकार और प्रशासन से इस फैसले पर फिर से विचार करने और मंदिर का खोलने की मांग की है।
Aranya Devi temple of Arrah-मंदिर का गेट बंद रहने से श्रद्धालु मायूस, गेट पर ही कर रहे जलाभिषेक
सावन के पहली सोमवारी पर पूरे दिन भक्त भगवान शंकर को जल चढ़ाने और पूजा अर्चना करने में जुटे रहे। लेकिन कोरोना संक्रमण के मद्देनजर मंदिरों के पट बंद हैं। इससे भक्तों में काफी मायूसी देखी गयी। मंदिर बंद रहने के कारण श्रद्धालु गेट पर ही पूजा-अर्चना और जल-पुष्प अर्पित करते देखे गये। जिले के अधिकतर मंदिरों का यही हाल था। Aranya Devi temple of Arrah शहर के प्रसिद्ध आरण्य देवी मंदिर में भी सुबह से ही भक्तों की भीड़ जुटनी शुरू हो गयी थी। लेकिन मंदिर बंद रहने के कारण भक्त बाहर से ही भगवान को नमन कर चलते बने। विदित हो कि कोरोना संक्रमण को देखते हुये बिहार में मंदिरों सहित सभी धार्मिक स्थलों को बंद कर दिया गया है। वहीं सावन पर भक्तों की भीड़ को रोकने को लेकर सभी मंदिरों पर मजिस्ट्रेट और जवान तैनात कर दिये गये हैं।