Araniya Devi Temple in Arrah-आरा की अधिष्ठात्री देवी है मां आरण्य देवी
खबरे आपकी आरा। शारदीय नवरात्र के आठवें दिन देवी दुर्गा के अष्टम स्वरूप महागौरी की पूजा अर्चना की गई। अष्टमी तिथि को पूजन करने के लिए पूजा पंडालों एवं मंदिरों में भारी भीड़ उमड़ी रही। आरा शहर की अधिष्ठात्री देवी मां आरण्य देवी के मंदिर में पूजन एवं दर्शन को लेकर बुधवार की अहले सुबह से ही महिला-पुरुष श्रद्धालु भक्तों का जनसैलाब उमड़ पडा। लोगों को देवी दर्शन के लिए घंटों कतार में खड़ा रहना पड़ा।
मां अरण्य देवी की मूर्ति एवं मंदिर परिसर को आकर्षक ढ़ंग से फूलों द्वारा सजाया गया था। दर्शन के लिए महिलाओं एवं पुरुषों के लिए अलग-अलग कतारे बनाई गई थी। भीड का आलम यह था कि महिलाओं की लाइन आरण्य देवी मोड़, शीश महल चौक से सब्जी गोला में प्रवेश कर गई। वहीं पुरुषों की लाइन मीरगंज पड़ाव तक जा पहुंची। पुलिस-प्रशासन की टीम एवं स्थानीय वोलिंटियर लोगों को कतारवद्व कराकर मां आरण्य देवी के दर्शन करा रहे थे। मां के भक्ति गीतों से पूरा माहौल गुंजायमान हो गया। भक्त आरण्य देवी मैया की जय के जयकारे लगा रहे थे।
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Araniya Devi Temple in Arrah- द्वापर युग में यहां पांडवों ने की थी पूजा
बता दें कि आरा का आरण्य देवी का मंदिर शक्तिपीठों में से एक है। कहा जाता है कि द्वापर युग में यहां पांडवों ने देवी का दर्शन किया था। उस समय आरा शहर आरण्य वन के नाम से मशहूर था। इस मंदिर में सालों भर श्रद्धालु भक्तों की भीड़ उमड़ी रहती है। चैत्र तथा शारदीय नवरात्र में यहां तिल रखने की जगह नहीं होती है। इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत है कि यहां पशु बलि नहीं दी जाती है। बल्कि मां को नारियल चढ़ाया जाता है।
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